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ज्योतिषशास्त्र विज्ञान है या मिथक?

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karan

कई बार जब हम ज्योतिष शब्द सुनते हैं, तो हम राशि, तारे, ग्रह, चंद्रमा और उनके गतिविधियों से होने वाली विभिन्न भविष्यवाणियों और विश्वासों के बारे में सोचने लगते हैं। अब वे हमारे जीवन का हिस्सा बन गए हैं और उन्हें स्मार्टफोन, टीवी, समाचार पत्र, पत्रिका आदि में देखा जा सकता है। Answer Image

ज्योतिष मुख्य रुप से अंतरिक्ष के विभिन्न ग्रहों, तारामंडल, सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी की गतिविधि और स्थिति के साथ-साथ उनकी इस गतिविधियों से हमारे जीवन, व्यक्तित्व और रिश्ते पर पड़ने वाले प्रभावों पर केंद्रित होता है।

हालांकि, हमें इसमें और खगोलशास्त्र में भ्रमित नहीं होना चाहिए, जोकि विज्ञान की वो शाखा है जो इन खगोलीय पिंडों और उनकी विशेषताओं और स्थिति के अध्ययन से संबंधित है। लेकिन ज्योतिष भी एक विज्ञान है। लेकिन ज्योतिषियों द्वारा उपयोग किए जाने वाले उपकरणों, सूत्रों और पैटर्नों के कारण अधिकांश लोग इसे सच मानते हैं।

लेकिन आधुनिक अध्ययन और वैज्ञानिकों के नजरिये से देखें, तो ज्योतिषशास्त्र विज्ञान नहीं है और इसके कई कारण हैं। आज इस लेख में हम इस बात के पीछे के कुछ कारणों पर चर्चा करेंगे।

  • वे अस्पष्ट होते हैं।

विज्ञान ठोस समाधानों और गणनाओं पर साबित होता है, जबकि ज्योतिषी ग्रहों की गतिविधियों के आधार पर अनुमान लगाते हैं। वे इसे रिकॉर्ड करते हैं और तारों की स्थिति के हिसाब से जो अच्छा होता है, वह बताते हैं। लेकिन वास्तव में, वे यह नहीं बताते कि क्या होने वाला है लेकिन क्या करना हैं और वे जानबूझकर इनको इस तरह तैयार करते हैं, ताकि वे किसी भी व्यक्ति की राशि पर फिट हो सके। वास्तव में, वे इतने समान्य होते हैं कि उन्हें गलत साबित नहीं किया जा सकता है।

  • वे प्रत्येक व्यक्ति के लिए भिन्न होते हैं।

ज्योतिषी का मानना है कि सभी व्यक्ति जिनकी राशि एक समान है या जिनका जन्म एक ही स्थिति में हुआ है, उनका भविष्य और व्यक्तित्व एक समान होगा। लेकिन यह सत्य नहीं है क्योंकि जुड़वां बच्चे इस दावे का एक पूर्ण अपवाद हैं।

 एक ही समय पर पैदा हुए दो जुड़वां बच्चे, जिनके जन्म के समय में केवल कुछ ही मिनटों का अंतर होता है, उनकी राशि और जन्म कुंडली एक ही होती है। लेकिन यदि दो जुड़वां बच्चों में से एक की मृत्यु जन्म के समय हो जाए और दूसरा बड़ा होकर स्वस्थ जीवन जिये और बूढ़ापे में मरे। यह एक ऐसी स्थिति है, जहां ज्योतिषियों की कही बातों में कमियां होने की संभावनाएं होती हैं, लेकिन अपने विश्वास और अंधविश्वास के कारण हम ऐसे परिदृश्यों को नजरअंदाज करते हैं।

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  • अध्ययन और अनुसंधान

समय-समय पर विभिन्न अध्ययनों ने यह साबित किया है कि ज्योतिषियों के द्वारा की गई भविष्यवाणियाँ हमेशा सच नहीं होती हैं और कुछ मामलों में यह बेहतर नहीं होती है। एक मनोवैज्ञानिक, माइकल गैक्वलिन ने 25000 से अधिक फ्रांसीसी लोगों पर अध्ययन किया, जिसके मध्यम से वे उनके वास्तविक करियर और कुंडलियों द्वारा बताए गए करियर के बीच के संबंध का अध्ययन करना चाहते थे। और उन्होंने यह पाया कि इसके बीच कोई संबंध नहीं हैं क्योंकि जो लोग मंगल ग्रह के तहत पैदा हुए हैं वे कलाकार है और जो लोग शुक्र के तहत पैदा हुए थे वे पेशेवर हैं।

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