हमारे पूर्वजों ने अपनी सीमित साधनों का उपयोग करके बहुत शानदार काम किए हैं। उत्तरी अमेरिका एक ऐसी ही रहस्यमयी भूमि है जहां ऐसे कई उदाहरण मौजूद हैं। ऐसे कई प्रमाण मौजूद हैं, जो यह बताते हैं कि इस महाद्वीप पर मानव जीवन की शुरुआत 9000 ईसा पूर्व में हुई थी। इसलिए, इस महाद्वीप पर पिस्को घाटी के रहस्यमयी गड्ढे जैसी ऐसी कई रहस्यमय चीजों का मौजूद होना स्वभाविक है, जो उस युग की यादों को ताजा करती हैं।
विवरण:
पेरु के नास्का पठार पर स्थित पिस्को घाटी में लगभग 5000-6000 बड़े-बड़े गड्ढों की एक श्रृंखला है। ये हर गड्ढों की पट्टी हैं, जिसे स्पेनिश भाषा में मॉन्टे सिएर्पे (सेरपेंट पर्वत) के नाम से भी जाना जाता है या 'सेरो विरुले' (स्मॉलपॉक्स हिल) के नाम से भी जाना जाता है। यह पट्टी घाटी के किनारे शुरु होने वाले उबड़-खाबड़ इलाके में 1.5 किलोमीटर की एक पहाड़ी पर उत्तर-दक्षिण दिशा में फैली हुई है।
वे पट्टी में प्रत्यक्ष ब्लॉक या सेगमेंट के रुप में है। उनकी औसत चौड़ाई लगभग 19 मीटर है। इस बात का कोई पर्याप्त सबूत नहीं है कि उनका निर्माण किसने और क्यों किया है। हालांकि, इनकी रक्षात्मक स्थिति, कब्र के साइट, इंकैन ग्रैनरीज़ और यहां तक कि इनका परग्रही प्रभाव की अटकलें काफी प्रचलित है।
जांच पड़ताल:
जब वर्ष 1933 में एक विमान-चालक रॉबर्ट शिप्स ने इसकी विमान से ली गई तस्वीर को नेशनल जीओग्रैफिक में प्रकाशित किया तब इस स्थान ने लोगों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया। वर्ष 1953 में, विक्टर वोल्फगैंग वोन हेगन ने आधिकारिक तौर पर इस क्षेत्र का सर्वेक्षण किया और "द रॉयल रोड ऑफ द इंका" में इसके बारे में रिपॉर्ट तैयार की और बताया कि ये पूर्व-इंका कब्र है। उनके अनुसार, यहां 5000 से अधिक गोलाकार पत्थर है, जिन्हें एक पंक्ति में रखा गया है और इन्हें ढलान से 50 डिग्री के कोण पर रखा गया है, जिसे मॉन्टे सिर्पे कहा जाता है। उन कब्रों का निर्माण एक ही तरीके से किया गया था, क्योंकि खुदाई के दौरान इनमें से मम्मीज़, कपड़े और मिट्टी के बर्तन मिले थे।
अवधारणा:
इसलिए, कई लोगों ने बताया कि उनका उपयोग एक ही उद्देश्य के लिए किया जाता था, लेकिन दुर्भाग्य से इस बात की पुष्टि करने के लिए कोई ठोस सबूत नहीं मिल पाए थे क्योंकि इनमें से कई गड्ढों को सड़क निर्माण के दौरान भर दिया गया था। पुरातत्वविद् जॉन एस्लोप ने "द इंका रोड सिस्टम" नाम की अपनी पुस्तक में लिखा है कि ये गढ्ढे कहीं-कहीं अर्ध-भूमिगत हैं और इसका इस्तेमाल भंडारण के लिए किया जा सकता है।
ऐसी संरचनाएं पेरु के दक्षिण तट में स्थित क्वेब्रडा डी ला वोका और टैम्बो कोलोराडो में भी पाई जाती हैं। चूंकि एक संरचनाएं मुख्य रुप से उस स्थान के निकट हैं, जहां इंका तटीय सड़क हाईलैंड की सड़क को पार करती हैं, इसलिए इस बात का अनुमान लगाया जा सकता है कि ये साम्राज्य के बड़े भंडारणों में से एक हो सकते हैं।
हाल ही में किए गए अनुसंधान:
वर्ष 2015 में, यू.सी.एल.ए के पुरातत्वविदों ने एक विस्तृत नक्शा बनाने के लिए ड्रोन विमान से ही गई तस्वीरों का उपयोग किया। उनकी अवधारणाओं के अनुसार, इसका उपयोग इंका राज्य को श्रद्धांजलि के रुप में दिए जाने वाले उपज को मापने के लिए किया जा सकता है। माप को शायद इंका "खिपस" में रिकॉर्ड किया जाता होगा और फिर उसे सरकारी अधिकारियों को दर्ज कराया जाता होगा। इस अनुपान की पुष्टि करने के लिए पराग और फायटोलिथ्स का पता लगाने के लिए आगे के अध्ययन किए जा रहे हैं।
रहस्य:
वहां ऐसी कोई भी कलाकृतियां, हड्डियां या किसी अन्य मानव अवशेष नहीं है, जो इस बात कि पुष्टि करें कि उनका उपयोग कब्र के रुप में किया जाता था। गड्ढों के आकार और जमीन पर उनकी नक्काशी के काम को ध्यान में रखते हुए, यह संभव नहीं है कि निवासी उनका उपयोग अनाज को रखने के लिए करते होंगे क्योंकि ऐसा करने के लिए उनके पास अन्य कुशल और आसान तरीके उपलब्ध थे।
निष्कर्ष:
पर्याप्त सबूतों की कमी के कारण, उन रहस्यमय गड्ढों के अस्तित्व का रहस्य अभी भी हमारे लिए रहस्य बना हुआ है। यह उम्मीद की जाती है कि आगे होने वाले शोध इसकी सच्चाई को उजागर करेंगे।