वैसे, FIFA U-17 टूर्नामेंट हमेशा से ही प्रत्येक महत्वाकांक्षी फुटबॉल खिलाड़ी के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहा है। विशेषकर,1985 से, जब से टूर्नामेंट शुरू हुआ, तब से इसने कई फुटबॉल सुपरस्टार दिए हैं जिन्होंने दुनिया में इतिहास बनाएं हैं।
यहाँ कुछ खिलाड़ियों के नाम दिए जा रहे हैं जो सुपरस्टार बन गए-
लुइस फिगो (पुर्तगाल)-1989:
1989 में, FIFA U-17 विश्व कप को FIFA U-16 विश्व चैंपियनशिप के रूप में जाना जाता था। इसलिए, FIFA U-16 विश्व चैम्पियनशिप ने पुर्तगाल के फुटबॉल सुपरस्टार, लुइस फिगो को दिया।फिगो ने उल्लेखनीय रूप से, छह मैचों में दो गोल करके पुर्तगाल को तीसरी सबसे अच्छी टीम बना दिया। फिगो सबसे बड़े फुटबॉलरों में से एक बन गया, इसलिये वह रियल मैड्रिड में 'गैलेक्टिको' के नाम से जाना जाता है। फिगो उन कुछ खिलाड़ियों में से भी एक है जिन्होंने रियल मैड्रिड और बार्सिलोना के लिए अच्छा खेला।
नेमार (ब्राजील)-2009:
नेमार को फुटबॉलरों में सबसे महंगे खिलाड़ियों में से एक माना जाता है। उसका फुटबॉल कौशल हमेशा युवा और महत्वाकांक्षी खिलाड़ियों के सीखने के लिए बहुत अच्छा है। उसने 2009 के U-17 विश्व कप में केवल एक ही गोल किया था लेकिन उसके लीग मैचों के सभी रिकॉर्ड अटूट है।
फ्रांसेस्को टोटी (इटली)-1 993:
फ्रांसेस्को टोटी U-17 विश्व चैंपियनशिप में उपस्थित था जिसमें उसने मैच में एक बेहतरीन और यादगार गोल किया था।हालांकि उनकी टीम चैंपियनशिप से निकल गयी थी फिर भी, टॉटी वैश्विक फुटबॉल स्टार बन गया। उसने रोम के लिए 250 गोल के साथ सीरी A में इतिहास का दूसरा सर्वोच्च स्कोर बनाया। इसके अलावा, टॉटी ने इटली को फीफा विश्व कप 2006 का विजेता बनाने के लिए भी अपना बहुमूल्य योगदान दिया।
रोनाल्डिन्हो (ब्राज़ील)-1997:
रोनाल्डिन्हो फुटबॉल के इतिहास में उन खिलाड़ियों में से एक हैं, जिसका मैदान पर उसके कौशलों से कोई भी मेल नहीं कर सकता। रोनाल्डिन्हो ने छह मैचों में दो गोल किए जिससे ब्राजील चैंपियन बन गया। विशेषकर, वह ब्राजील के लिये 2002 विश्वकप जीतने वाली टीम का हिस्सा रहा।
टोनी क्रूज़ (जर्मनी)-2007:
क्रूज़ हमेशा जर्मनी के बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक रहे हैं। क्रूज़ ने गोल्डन बॉल पुरस्कार जीता, जिसमें उसने U-17 विश्व कप में छह मैचों में पांच गोल किये थे। उसने जर्मनी की उपविजेता के रूप में पूरी मदद की। बाद में उसने जर्मनी की टीम के लिए खेलना शुरू किया जिसमे वह 2010 विश्व कप और यूईएफए यूरो 2012 के सेमीफाइनल तक पहुंचा। उसने 2014 का विश्व कप भी जीता था।
इकेर कैसिलस (स्पेन)-1997:
कैसिलस को फुटबॉल के इतिहास में बेहतरीन गोलकीपरों में से एक माना जाता है वह स्पेन की टीम का कप्तान रहा है और स्पेन को यूरो कप 2008,2012 का विजेता और वर्ल्ड कप 2010 का विजेता बनाया। कैसिलस ने 16 वर्षों में 510 मैचों में रियल मैड्रिड का प्रतिनिधित्व किया और बार्सेलोना में जावी ने मिडफील्ड मेस्ट्रो का प्रतिनिधित्व किया।
फर्नेंडो टॉरेस (स्पेन)-2001:
फ़र्नेन्डो टॉरेस कई वर्षों से स्पेन का प्रतिनिधित्व कर रहा है। लेकिन दर्शकों ने U-17 विश्व चैम्पियनशिप में उसके फुटबॉल कौशल का अनुभव किया। टॉरेस हमेशा स्पेन में एक स्टार खिलाड़ी रहा हैं और वह यूरो कप और विश्व कप की जीतने वाली टीम में दिखाई दिया। उसने यूरो 2008 और यूरो 2012 दोनों फाइनल मैचों में भी गोल किया, जिससे स्पेन जीता था।